कहाँ मर्यादा पुर्शोतम राम
कहाँ बापू आसाराम
राम नाम को किया बदनाम
रावन से भे बदतर काम
बलात्कार कर सत्संग करे
आत्म आवाज़ को भंग करे
बलात्कार के बाद नातिन कहे
रहें सहे संस्कार वो भे बहे
चेले चपेटे लाखों में
पट्टी बांधें आँखों पे
पापी को बापू कहे नादान भूलो में
बलात्कारी आहंकारी बापू झूलो में
शिकारी बेबस अकेली शूलों में
कानून करे बुलंद आवाज़
बलात्कार से मुक्त करे समाज
शिकार को नहीं शिकारी को मारे
नारी को नहीं बलात्कारी को मारें
रजनी विजय सिंगला